यह किसी अप्रिय परिस्थिति से छुटकारा नहीं है बल्कि अपनी जन्मजात स्थिति को पाना है।
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अब सवाल यह है कि इस अप्रिय परिस्थिति का ज़िम्मेदार कौन है-मेरे परिवार वाले, हर लड़की के परिवार वाले या समा ज........ और...
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शेष वे लोग जिनमें जरा सा भी मनुष्यत्व बाकी है, बेइज्जती को पसंद न करेंगे और अप्रिय परिस्थिति का जितना विरोध कर सकेंगे, बच सकने का जितना प्रयत्न कर सकेंगे, करेंगे।
5.
हर लड़की कभी न कभी इस कड़वे अनुभव से गुज़र चुकी है....अब सवाल यह है कि इस अप्रिय परिस्थिति का ज़िम्मेदार कौन है-मेरे परिवार वाले, हर लड़की के परिवार वाले या समाज........और...